By result-fast.com/27-06-2023
आज के समय में कृषि पंप का इस्तेमाल करने वाले राज्यों में 40 लाख से ज्यादा किसान है। राज्य के किसानों को खेती की सिंचाई करने के लिए सोलर कृषि पंप देने के लिए यह योजना कारगर साबित होगा सौर कृषि पंप देने के लिए 95% सब्सिडी सरकार द्वारा दिया जाएगा तथा पुराने डीजल पंप पर वाटर पंप लग जाएगा।
– महाराष्ट्र सरकार इस योजना के अंतर्गत किसान भाइयों के कृषि भूमि के आसपास 5 किलोमीटर के क्षेत्र में 2 से 10 मेगावाट के सोलर सोलर पंप स्थापित करेगी। – सोलर पंप लगाने के लिए कम से कम 3 एकड़ की जमीन और अधिकतम 50 एकड़ की जमीन का चयन किया जायेगा।
– सोलर पंप लगाने के लिए भूमि का चयन सबसे पहले प्राथमिकता 33/11 KV सबस्टेशन से 5 किलोमीटर के अन्दर आने वाले मलिको को दिया जायेगा। – इस योजना का सुचारू संचालन करने के लिए महाराष्ट्र सरकार टेंडर जारी करेगी। जिसके माध्यम से कॉन्ट्रैक्ट बेस पर इसका चयन होगा।
– इस योजना से प्रदूषण भी कम होगा क्योकि इस योजना मे डीजल पंपों को बदलना है। एमएसकेवीवाई योजना महाराष्ट्र के कारण राज्य के किसानों को कृषि सिंचाई हेतु है जिसमे किसानो को केवल 3 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली मिलेगी। – इस योजना किसानों को रात के बजाय दिन में बिजली की होगी जिससे आसानी से सिचाई कर सके।
– इस योजना के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा 30,000 करोड़ का खर्च किया जाएगा। – मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना (Solar Agriculture Channel Scheme) के कारण लंबे समय से किसानों की मांग (दिन में बिजली की सुनिश्चितता) को पूरा किया जा सकेगा।
– योजना का लाभ 5 एकड़ तक कृषि जमीन वाले किसान 3 एचपी पंप का सोलर पंप लगा सकते है और 5 एकड़ से अधिक कृषि भूमि वाले किसान 5 एचपी और 7.5 एचपी पंप लगा कर इस योजना का लाभ ले सकते है। – इस योजना को सबसे पहले गाँवो और आदिवासी क्षेत्रों के किसानों को दिया जायेगा।
– पानी की सही वेवस्था वाले खेत को ही इस योजना का लाभ मिलेगा और वही किसान पात्र होंगे। हालांकि बिजली कनेक्शन वाले किसानों को इस योजना से सोलर एजी पंप का लाभ नहीं दिया जायेगा। – क्षेत्र के किसान जो ऊर्जा के पारंपरिक स्रोत (यानी MSEDCL द्वारा) के माध्यम से विद्युतीकृत नहीं हैं।
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